Pottery Arts in Rajasthan पॉटरी चित्रकला, पोकरण पॉटरी :pokran jaisalmer & तबक Tbak work jaipur

पॉटरी : चीनी मिट्टी के बर्तनों पर की जाने वाली आकर्षक चित्रकारी पॉटरी कहलाती है |पॉटरी का उद्गम (पार्शिया ईरान) में माना जाता है, जो फारस, अफगानिस्तान होती हुई भारत आयी इसका प्रचलन अकबर के समय हुआ |


पोकरण पॉटरी 👇

 जैसलमेर के पोकरण में मिट्टी के पात्र व अन्य कलात्मक सजावटी वस्तुएँ बनती हैं, जो पोकरण पॉटरी के नाम से जानी जाती है पोकरण पॉटरी को 2018 में Gi tag मिल चुका है

 लाख की पॉटरी : बीकानेर👇

    * इसमें बर्तनों पर लाख के टुकड़ों से डिजाईन बनायी जाती है 

 💫   ब्ल्यु पॉटरी: जयपुर कृपालसिंह शेखावत को 1974में पद्म श्री सम्मान मिला था 

💫   ब्लेक पॉटरी : कोटा 

💫   कागजी पॉटरी :अलवर 

💫   सुनहरी पॉटरी : बीकानेर



तबक /वर्क : जयपुर👇  

   चांदी के तार को हिरण की खाल की कई परतों के मध्य रखकर कई घंटो तक पीटने के बाद 'बारिक पत्र के समान पत्र बनता है वह तबक वर्क कहलाता है जो मिठाई पर लगाया जाता है इस कार्य को करने वाले पन्नीगर कहलाते हैं सवाई जयसिंह के समय पन्नीगरों को जयपुर में बसाया गया था

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