मिलिए उस शख्स से जो 22 साल की उम्र में बना आईआईटी बॉम्बे का प्रोफेसर, कुछ साल बाद आईआईटी से निकाल दिया गया क्यों
अपनी अनगिनत उपलब्धियों और प्रतिभा की बदौलत, तथागत अवतार तुलसी आईआईटी बॉम्बे में सहायक प्रोफेसर के पद काम कर रहे थे लेकिन जल्द ही यह सपना एक दुःस्वप्न में बदल गया जब 2019 में आईआईटी बॉम्बे में उनकी नौकरी ने अप्रत्याशित मोड़ ले लिया।
बहुत से लोग कम उम्र में ही भारतीय प्रतिभा के रूप में पहचाने जाते हैं, लेकिन जल्द ही उनका करियर अप्रत्याशित मोड़ ले लेता है, कभी-कभी तो बहुत बुरा भी। आज हम आपको तथागत अवतार तुलसी नाम के एक प्रतिभाशाली बच्चे के बारे में बताएंगे, जो वर्तमान में बेरोजगारी की मार झेल रहा है, जो कि उसके जैसे भौतिक विज्ञानी के लिए एक बड़ी कमी है।
सितंबर 1987 में बिहार में जन्मे तथागत अवतार तुलसी ने 9 वर्ष की आयु में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने 11 वर्ष की आयु में पटना साइंस कॉलेज से बीएससी की डिग्री प्राप्त कर इतिहास रच दिया और फिर 12 वर्ष की आयु में उन्होंने उसी कॉलेज से एमएससी की डिग्री प्राप्त की
लेकिन, इन सभी उपलब्धियों के बावजूद, तथागत अवतार तुलसी रुके नहीं और उन्होंने बैंगलोर स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) से पीएचडी की और 21 वर्ष की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की।
अपनी अनगिनत उपलब्धियों और प्रतिभा की बदौलत, तथागत अवतार तुलसी को आईआईटी बॉम्बे में अनुबंध पर सहायक प्रोफेसर के पद की पेशकश की गई थी बाद में वो परमानेंट हो गये थे, लेकिन जल्द ही यह सपना एक दुःस्वप्न में बदल गया जब 2019 में आईआईटी बॉम्बे में उनकी नौकरी ने अप्रत्याशित मोड़ ले लिया।
तथागत अवतार तुलसी का कहना है कि 2019 में बीमारी के कारण लंबी छुट्टी लेने के बाद आईआईटी बॉम्बे ने उनकी सेवाएं समाप्त कर दीं।